अब नक्सलियों के हाथ में बंदूक नहीं कलम होगा

क्राइम संवाददाता द्वारा
कबीरधाम :इस समय भूपेश सरकार के पहल पर नक्सली बंदूक छोड़कर कलम पकड़ रहें हैं ! इसके साथ -साथ नक्सली लगातार आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्य धारा में लौटते जा रहें है।
इसमें पुलिस का बहुत बड़ा पहल है ! और इसको लेकर कबीरधाम के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के निर्देश पर कबीरधाम पुलिस द्वारा आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकारी योजनाओं में जोड़ने के लिए जी -तोड़ मेहनत कर रही है। इस पहल के परिणाम भी लगातार दिखाई दे रहे हैं ! पहले पुलिस ने छह आत्मसमर्पित नक्सलियों के साथ -साथ वनांचल के 119 शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों को परीक्षा का फार्म भरवाया था। और
इस के कारण मंगलवार को छह आत्मसमर्पित नक्सलियों समेत वनांचल के 119 शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों ने अपनी परीक्षा दिया । इसके अलावे पुलिस अधीक्षक ने परीक्षार्थियों को गांव से परीक्षा केन्द्र तक ले जाने के लिए निःशुल्क वाहन की भी व्यवस्था किया गया था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कबीरधाम पुलिस द्वारा कराए गए छह आत्मसमर्पित नक्सली करन हेमला, अनीता हेमला, मगलू वेको, राजे वेको, लिबरी कोरराम और लक्ष्मी सहित वनांचल के शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ते हुए ओपन परीक्षा का फार्म भरवाया गया है । इसमें पुलिस विभाग ने आत्मसमर्पित नक्सलियों सहित 119 विद्यार्थी को नि:शुल्क कोचिंग भी करबाया है । इस संबंध में एसपी पल्लव ने कहा कि शिक्षा विकास का मुख्य मार्ग है और शिक्षा के बिना जीवन अधूरा रहता है !
!इस में नक्सल विचारधारा को अपनाकर मुख्यधारा से भटक कर वर्षों तक नक्सली संगठन का हिस्सा रहे छह नक्सलियों ने शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण की राह अपनाई है और समाज की मुख्यधारा में लौट कर नई जिंदगी जीने का मन बना रहे

Related posts

Leave a Comment